Monday, June 13, 2011

विनति


प्रभु जी एक ही विनती मेरी, मुझे हर पल याद रहे तेरी
तेरे ही गुणगान करूँ मैं, मेरे प्रभु जी मेरे राम

प्रभु जी एक ही चाहत मेरी, मेरे मन में बस जाये मुरत तेरी
तेरे ही नाम का कीर्तन करूँ मैं, मेरे प्रभु जी मेरे राम

प्रभु जी एक ही पुकार मेरी, ले लो शरण में करो ना देरी
तेरे सिवाय मैं किसको पुकारूँ, मेरे प्रभु जी मेरे राम

दास की विनति प्रभु जी, भक्तों की लाज बचाते रहना
भक्तों की लज्जा के रखवाले, मेरे प्रभु जी मेरे राम

प्रभु जी एक ही विनती मेरी, मुझे हर पल याद रहे तेरी

         

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