कई बार आदमी किसी शादि समारोह में शामिल नहीं हो पाता और वहाँ कोई सन्देश भेजना चाहता है, लेकिन दिमाग में तुरन्त कोई विचार नहीं आता है। उस समस्या के समाधान के लिए एक पत्र का प्रारूप लिख रहा हूँ शायद किसी के काम आ जाए।
दिनांक
आदरणीय श्री जी,
हमारा परम सौभाग्य है, कि चिरन्जीव (नाम)दुल्हा बने और सौभाग्यवती (नाम) दुल्हन बनकर हमारे घर में आई जिससे हमारा घर और आंगन चमक उठा। हम सबके लिए यह बड़े हर्ष और बधाई का विषय है।
किसी विशेष कारणवश आना चाहते हुए भी मैं न आ सका, क्षमा प्रार्थी हूँ।
इस पावन परिणय सुत्र बन्धन की शुभ बेला पर, आप सबको बार-बार ढेर सारी बधाई।
शुभकामनाओं सहित,
भेजने वाले का नाम
पाने वाले का नाम और पता
आदरणीय श्री जी ,
शालीमार बाग,
दिल्ली-110088
3 comments:
बहुत अच्छी प्रस्तुति।
जिसने आमंत्रित किया है उसकी बेटी की शादी हो तो क्या तब भी यही विचार लिखने हैं :-)
just joking
लगे रहिये
प्रणाम
आपतो निमंत्रित थे फिर दुल्हन आपके घर में कैसे आ गई और पत्र विवाह से पहले ही शादी वाले घर में पहुँचाना है तो क्या लिखेंगे जी ???
:)
:)
:)
प्रणाम
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